आखिरी पन्ना आखिरी पन्ना उत्तरांचल पत्रिका के लिए लिखा जाने वाला एक नियमित स्तम्भ है। यह लेख पत्रिका के फरवरी 2020 अंक के लिए लिखा गया।
aakhiri panna July 2017 ईद का मौका सर पर होने के बावजूद उल्लास और उत्सव की तरफ ध्यान जाने की बजाय आपके स्तम्भकार का ध्यान गया बल्लभगढ़ के एक गाँव के जुनैद की...
आखिरी पन्ना आखिरी पन्ना उत्तरांचल पत्रिका के लिए लिखा जाने वाला एक नियमित स्तम्भ है। यह लेख पत्रिका के मार्च 2021 अंक के लिए लिखा गया। कभी-कभी लगता है कि...
आखिरी पन्ना ‘आखिरी पन्ना’ उत्तरांचल पत्रिका के लिए लिखा जाने वाला एक नियमित स्तम्भ है। यह लेख पत्रिका के अक्तूबर 2019 अंक के लिए लिखा गया। जब...
उत्तरांचल पत्रिका आखिरी पन्ना – अप्रैल 2017 अँगरेज़ लोगों की कहावत है कि जब कोई बात ना मिले तो मौसम की बात की जाए! इस बार हम भी वही करते हैं! हालाँकि हमारा...
आखिरी पन्ना आखिरी पन्ना उत्तरांचल पत्रिका के लिए लिखा जाने वाला एक नियमित स्तम्भ है। यह लेख पत्रिका के जूम 2022 अंक के लिए लिखा गया। उत्तराखंड के पर्यावरण की चिंता...
आखिरी पन्ना* आखिरी पन्ना चुनावों के बीच फंसा हुआ है। चुनाव-चर्चा हो कि ना हो, आपका स्तंभकार इस द्वंद में भी फंसा है। चुनाव चर्चा हो तो ये मुश्किल...
आखिरी पन्ना* लोकसभा चुनाव तीन महीने दूर रह गए हैं। अगर राजनैतिक परिदृश्य पर एक नज़र डालें तो पिछले एक वर्ष में स्थितियाँ कुछ इतनी तेज़ी से बदली हैं कि भाजपा सरकार अब कुछ बौखलाई...
आखिरी पन्ना ‘आखिरी पन्ना’ उत्तरांचल पत्रिका के लिए लिखा जाने वाला एक नियमित स्तम्भ है। यह लेख पत्रिका के सितम्बर 2019 अंक के लिए लिखा गया।
आखिरी पन्ना उत्तरांचल पत्रिका के लिए लिखा जाने वाला एक नियमित स्तम्भ है। यह लेख पत्रिका के दिसम्बर 2022 अंक के लिए लिखा गया है। आखिरी पन्ना (दिसंबर 2022) जब...

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