Vishakh Rathi*
We are sitting on a beach. It's a nice breezy day, the sun is not too warm. We are having beer, or lemonade. The vast ocean spread out before us inspires...
Sudhirendar Sharma
Though born into a little body frame, my friend is a diminutive bundle of big surprises. Who buys postcards these days, and that too a pack of 100? The entire post office...
जयगोपाल*
कबीर मौलिकता की प्रतिमूर्ति थे। उनकी मौलिकता बेमिसाल है। वे आद्योपान्त मौलिक थे। उनका स्वावलम्बन मौलिक था, उनका व्यक्तित्व, उनका लिबास – सभी मौलिक था। सिर पर देशी सूत का बना एक टोपा,...
डॉ गोपाल कृष्ण*
इन दिनों स्विट्ज़रलैंड की राजधानी
जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र की परिसंकटमय जहरीले रसायनों के विषय पर एक सम्मलेन चल
रहा है। यह सम्मलेन 29 अप्रैल
को शुरू हुआ और 10
मई को समाप्त होगा।...
आज की बात
सच कहें तो आज इतने बाद ये स्तम्भ लिखना कई तरह से मुश्किल लग रहा है। पिछले
दिनों ‘आज की बात’ स्तम्भ में कितने ही विषयों पर बात की जा
सकती...
राजकेश्वर सिंह*
उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के हालिया संपन्न विधानसभा चुनाव के नतीजों ने देश में राजनीति के एक नए विमर्श को केंद्र में ला दिया है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में जिस...
........अनुवाद - राजेंद्र भट्ट
2018 का वर्ष अपने हिसाब से इतिहास में तोड़-मरोड़, देशद्रोह और देशभक्ति के सर्टिफिकेट देने और बड़ी-बड़ी प्रतिमाएं बनाने के गौरव-यशोगान में पिछले वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ता...
पार्थिव कुमार*
कोविड 19 की वैश्विक महामारी का मुकाबला करने में डॉक्टरों और अन्य चिकित्साकर्मियों का किरदार सबसे अहम है। वे दवाओं, उपकरणों और अन्य संसाधनों की घोर तंगी के बावजूद अपनी जान...
आखिरी पन्ना*
आखिरी पन्ना उत्तरांचल पत्रिका के लिए लिखा जाने वाला एक नियमित स्तम्भ है। यह लेख पत्रिका के सितंबर 2020 अंक के लिए लिखा गया।
कोरोना ने जीवन कई...
आखिरी पन्ना उत्तरांचल पत्रिका के लिए लिखा जाने वाला एक नियमित स्तम्भ है। यह लेख पत्रिका के मई 2023 अंक के लिए लिखा गया है।
उत्तरांचल पत्रिका के नियमित पाठक तो...