Indian Information Service- The Existential Dilemma

Rajesh Jha* A Note from the Editor - In this age of information, there often is a debate on...

विषाद और कर्मयोग का अध्ययन अवसाद-मुक्ति में सहायक होगा

सत्येन्द्र प्रकाश* हिन्दू दर्शन कर्म और धर्म दोनों को परिभाषित करता है। धर्म की एक सरल किन्तु अति व्यापक...

The Thoughts That Sparked Writing the Novel “The Rise of The...

Mayank Agrawal* There is a visible trend among the modern Indian authors to pick themes from the ancient Indian...

देवों का उदय : देव-संस्कृति पर मानव दृष्टि

राजेंद्र भट्ट* समुदायों, राज्यों से लेकर राष्ट्र-राज्यों की लंबी राह को जब हम पुरातात्विक, लिखित तथा वाचिक भाषाई संदर्भों और दस्तावेजों के...

कुछ खास रंगों को उभारता ओंकार केडिया का एक संग्रहणीय इंद्रधनुष

विनोद रिंगानिया* आप किसी जगमगाते आयोजन में जाते हैं जहाँ हर कोई अपनी खास वेशभूषा से लोगों को आकर्षित...

The Journey of Aum – An Elevating Book

Rajendra Bhatt* AUM (ॐ)  is considered the essence of the Supreme Absolute in Hinduism - a sonic representation of...

लोकतन्त्र के संरक्षण हेतु जातीय एवं धार्मिक उन्माद से ऊपर उठना...

आखिरी पन्ना उत्तरांचल पत्रिका के लिए लिखा जाने वाला एक नियमित स्तम्भ है। यह लेख पत्रिका के मई 2023 अंक के लिए...

आईसक्रीम – ओंकार केडिया की क्षणिकाएं

आईसक्रीम - कुछ क्षणिकाएं ओंकार केडिया* हम दोनों ऐसे मिले,जैसे अलग-अलग फ़्लेवर की आइसक्रीम,अब तुम तुम...

ESCAPE FROM BEIRUT

Nitin Wakankar* As internal strife in Sudan escalates and the African nation could turn into a playground for global...