Sudhirendar Sharma* Times have surely changed! While Mahatma Gandhi walked four hundred kilometres for a pinch of salt, his countrymen prefer using cars for buying a packet of salt from the neighbourhood store. And,...
विभिन्न दार्शनिक सिद्धांतों से परिचित होने के लिए पिछले कुछ सप्ताह में डॉ मधु कपूर के चार लेख आप पहले पढ़ चुके हैं। आज के अपने लेख में...
नन्दिता मिश्र* ऊपर का यह चित्र हमारे घर पर हाथ से बनी राखी का चित्र है। जब मैं छोटी थी तब अम्मा सुंदर-सुंदर राखियाँ बना कर मेरे नाम से...
डॉ मधु कपूर* हमें दर्शनशास्त्र की अध्येता एवं प्रोफेसर डॉ मधु कपूर का यह लेख प्राप्त हुआ है जिसमें उन्होंने एक दार्शनिक सिद्धांत को बहुत रुचिकर ढंग से समझाया है। यह लेख...
-राजेंद्र भट्ट* अक्सर ऐसा होता है कि हम किसी  तथ्य के  अटपटेपन को  बार-बार देखते हुए भी उस पर गौर नहीं करते, हमारा  दिमाग  उस  विचित्रता को, क्षण भर ठहर कर, पकड़ नहीं...
Satish Pandya*                                     Many things in our lifetime happen many times over, but Death happens only once, so why not die gracefully in style. Remember, the journey from birth to...
Nitin Wakankar* As internal strife in Sudan escalates and the African nation could turn into a playground for global powers and as foreign nationals including our fellow citizens attempt to flee, watching and reading...
राजेन्द्र भट्ट* अपने देश में शिक्षा से जुड़े सवालों पर लिखना चाहता हूँ पर सीमाएं बहुत हैं। एक तो शिक्षाविद नहीं हूँ, दूसरे विषय ऐसा है कि ऊन का गोला बनाना है और मुद्दे...
मनोज पांडे*  इस पोस्ट में मैं आपस में जुड़ी तीन बातों पर चर्चा करूंगा: ब्लॉगिंग है क्या, इसके क्या फायदे हैं और सरल तरीके से ब्लॉग बनाया कैसे जाए.  तो चलिए शुरू...
सुधीरेन्द्र शर्मा* रिश्तेदारी का उद्गम कैसे और कब हुआ इस पर विचार करने से अच्छा तो यह है कि हम यह जांचें कि 'यह कहाँ आ गए यूँ ही साथ-साथ चल के'।  जहाँ तक...

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