मोपांसा* (अनुवाद एवं कहानी के अंत में समीक्षा राजेन्द्र भट्ट** द्वारा) मृत्यु के समय वह गौरव के शिखर पर पहुँच गया था। बड़ी अदालत का मुख्य न्यायाधीश था वह...
The debate on whether GM foods are good or bad is three decades old, and it becomes intense when a new trigger arises. In India, the recent approval for GM mustard has put the debate upfront, especially...
ओंकार केडिया* की कविताएं आप इस वेब पत्रिका में पहले भी पढ़ चुके हैं। पूर्व में प्रकाशित उनकी अनेक कविताओं में से कुछ आप यहाँ, यहाँ और यहाँ पढ़ सकते हैं। उनका कविता संग्रह इन्द्रधनुष भी...
Manoj Pandey* It is well known that living organisms behave in different ways during the day and at night. This looks like a habit acquired by them. However, at...
अरविंद मोहन* गाँधी की पत्रकारिता बहुत बड़ा विषय है- शायद मेरे जैसे लोगों से न सम्हलने वाला। उनके एक अखबार ‘इंडियन ओपिनियन’ पर वर्षों का समय लगाकर एलिजाबेथ हाफ्मेयर ने ‘द गाँधी प्रेस’ जैसी...
विजय प्रताप* भाजपा-आरएसएस प्रतिष्ठान ने पिछले 6 वर्षों में आचरण के तमाम मूल्यों को तिलांजलि देते हुए सामाजिक समरसता को नष्ट करने वाली, पक्षपात-पूर्ण सत्ता की हदें पार कर दी हैं। सरकार के...
राजेन्द्र भट्ट नक्कारखाने में तूती – 5 रेलवे स्टेशन के पास वह एक सँकरे घरों-गलियों वाली ‘मुस्लिम’ बस्ती थी। उर्दू में बहुत सारे पोस्टर-झंडियाँ लगी थीं। उस छोटे शहर की अपनी...
राजकेश्वर सिंह* लोकसभा चुनाव के पहले चरण में हुआ फीका मतदान कुछ ज्यादा चौकाने वाला नहीं है। यह आशंका तो पहले से ही थी, क्योंकि चुनाव आयोग और सरकारी मशीनरी की सारी कोशिशों के...
नन्दिता मिश्र* ऊपर का यह चित्र हमारे घर पर हाथ से बनी राखी का चित्र है। जब मैं छोटी थी तब अम्मा सुंदर-सुंदर राखियाँ बना कर मेरे नाम से...
Manoj Pandey* The word metabolism is quite often tossed in our conversations on health. Interestingly, people carry different notions about metabolism even when talking about it with the same group of people for a...

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