सत्येन्द्र प्रकाश* हम हैं लिट्टी-चोखा - भारत के एक ‘पिछड़े’ प्रांत के व्यंजन! शुरुआत में ही दो बातों की माफी मांग लेते हैं। पहला, अपने उद्भव के प्रांत को पिछड़ा कहना। दूजा स्वयं को...
सत्येन्द्र प्रकाश* इस कहानी का पहला भाग आप यहाँ  पढ़ सकते हैं। हरसिंगार होली के दिन मौलवी साहब के साइकिल को जाते हुए दूर तक देखता रहा। कचनारों की...
मधुकर पवार* दीपावली मुबारक हो आप सभी को! इस अवसर पर हमारी हार्दिक शुभकामनाएं! दीपावली का त्यौहार खूब उमंग और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। होली, दशहरा, दीपावली, ईद और क्रिसमस के...
Nupur Joshi* Lilly loved an Ice Cream Cake! I had discovered it on the day she had fallen off her new pink bike, scraping her entire left knee and getting a...
सत्येन्द्र प्रकाश* हरसिंगार आज उदास था। बहुत उदास! कचनार के वे दो पेड़ शायद आज कट जाएँगे। ये दो कचनार उसके साथ ही तो लगाए गए थे। साथ साथ पनपे, बढ़े। साथ साथ पल्लवित...
असम में खूब चर्चित और असम के बाहर भी अपनी अच्छी पहचान बना चुके साहित्यकार विनोद रिंगानिया ने अपने हाल ही में प्रकाशित ऐतिहासिक उपन्यास “डॉ वेड की डायरी – असम में अंग्रेज़ी राज की शुरुआत” का...
राजकेश्वर सिंह* राजनीतिक दलों ने इन दिनों चल रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के साथ ही अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की भी जमीन तैयार करनी शुरू कर दी है। वैसे तो...
सत्येन्द्र प्रकाश* हार और जीत दोनों का उत्सव साथ-साथ! दशहरा और विजयदशमी। दशानन की हार और  राम की जीत। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी हम सब ने ये उत्सव मनाया। हार और...
नरेश शांडिल्य* द्वारा मोहन राणा के कविता संग्रह 'एकांत में रोशनदान' की समीक्षा मोहन राणा इस वेब-पत्रिका के लिए नए नहीं हैं। उनकी कुछ कविताएं (उनके संक्षिप्त परिचय के साथ) आप यहाँ और...
सत्येन्द्र प्रकाश* टूर्नामेंट का आखिरी मैच, फाइनल! शामपुर की टीम कप की प्रबल दावेदार थी। उसकी भिड़ंत इस आखिरी मैच में रतनपुरा से थी। रतनपुरा की टीम का फाइनल में पहुँचना विश्वास से परे ...

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