विपुल मयंक* असलम का दोस्त था इरफ़ान। पकिया। दोनों क्लास दस में थे - एक ही स्कूल में! असलम की कोठी के बग़ल में थी इरफ़ान की कोठी। दोनों कोठियों के बड़े अहाते...
अरविंद सक्सेना* हिन्दी रूपांतर: राजेंद्र भट्ट**    कोविद-19, और उसके बाद आए निर्मम लॉकडाउन के दौर में जब  आहत, बदहवास ‘भारत’ सड़कों-पटरियों पर निकल आया तो कुछ संवेदनशील, विवेकवान लोग...
Manoj Pandey* In our series “Myths Under the Lens” we publish articles scrutinizing subjects that agitate our minds. In this article, MK examines the perennially unresolved issue of extraterrestrial life.
आज की बात कल प्रधानमंत्री मोदी ने रेडियो पर अपने मासिक संभाषण ‘मन की बात’ में करीब छ: मिनट तक कृषि और किसानी की चर्चा की और बताया कि “बरसों से किसानों की...
ओंकार केडिया* मास्क - 1 तुम्हारे मुँह और नाक पर मास्क लगा है, पर तुम बोल सकते हो,
इस वेब-पत्रिका में अजंता देव की कविताओं की यह तीसरी कड़ी है। पहले आप उनकी कविताएं यहाँ और यहाँ पढ़ चुके हैं। इस बार की कविताएं कुछ अलग मिजाज़ की हैं लेकिन फिर भी जिन लोगों...
विशाख राठी* पिछले सप्ताह बृहस्पतिवार (17 दिसंबर) को पुस्तक आंदोलन से जुड़ी प्रमुख कार्यकर्ता और कई महत्वपूर्ण पुस्तकों की अनुवादक चंद्रकिरण राठी कोरोना के बाद उत्पन्न जटिलताओं के कारण चल बसीं। श्रीमती राठी...
There is no dearth of books on governance, public policy and administration and on the way Indian bureaucracy works. Some of these books have been authored by academics while some others are by former bureaucrats. If we...
Manoj Pandey* Do We Need to Cure Modern Medicine to Cure Humanity? The provocations to discuss this controversial subject are many. These provocations have come from both sides – the staunch supporters of...
आखिरी पन्ना आखिरी पन्ना उत्तरांचल पत्रिका के लिए लिखा जाने वाला एक नियमित स्तम्भ है। यह लेख पत्रिका के जनवरी 2020 अंक के लिए लिखा गया। इस साल का...

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